विजवा माता मंदिर ・
MANDIR:- LOCATION
• मंदिर की प्राचीनता के प्रमाण स्वरूप यहां 800 साल पुराना 13वीं शताब्दी का शिलालेख मौजूद है। हर रविवार और मंगलवार शनिवार के दिन यहां माता के दर्शनों के लिए भक्तों की भीड़ लगती है तो हर पूर्णिमा के दिन मेले सा माहौल रहता है।
• यह मंदिर अत्यधिक पुराना है। इस माता की पूजा आदिवासी के द्वारा की जाती है, जय माता इन आदिवासियों की कुलदेवी है।
• यह मंदिर मोदपुर ( पोस्ट भेखरेड ,तहसील साबला, जिला डूंगरपुर, राज्य राजस्थान 314022) में स्थित है !
• इस मंदिर के आसपास डामोर जनजाति निवास करती है।
• इस माता के दर्शन करने से लोगों में लकवा से ग्रसित लोगों का इलाज होता है।
• यहां रह कर प्रतिदिन सुबह शाम आरती में जाने से लोगों का जल्दी जल्दी आराम मिलता है अर्थात् लकवा से ग्रसित लोगो को चलने फिरने में काफी मदद मिलती है
विजवा MATA मंदिर :-
• Dungarpur, उदयपुर ,बांसवाड़ा ,प्रतापगढ़ चारों जिलों से विजवा माता बड़ी संख्या में लोग आते हैं ,विजवा मां विकलांग लोगों को ठीक करती है यहां लोगों की हर मन्नत पूरी होती है ,आदिवासी समाज के लोग यहां बड़ी संख्या में आते हैं ,हर रविवार को यहां मेले जैसा माहौल रहता है , सोम नदी के किनारे आसपुर तहसील, डूंगरपुर जिले में स्थित विजवा माता मंदिर बहुत प्रख्यात एवं प्रसिद्ध है इस मंदिर से स्थानीय लोगों की आस्था जुड़ी हुई है पुराने समय में जब अस्पताल नहीं थे तो लोगों को किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर बीमार व्यक्ति को यहां लाने पर वो ठीक हो जाते थे,, जो बच्चे बोल नहीं पाते हैं, तूतलाते हैं, हकलाते हैं,
• उनको यहां लाने पर सुधार होता है तथा वो खुलकर बोलने लगते हैं, विकलांग बच्चों को भी यहां लाने पर उनकी विकलांकता में सुधार होता है , किसी भी इंसान को शरीर में कोई भी पीड़ा होने पर यहां आने वाला व्यक्ति पीड़ा से मुक्त होता है, यहां पर मांगी गई हर मन्नत को देवी पूरी करती हैं, पुराने जमाने में काम में आने वाली घरेलू वस्तुएं जो खासकर आदिवासी समाज से जुड़ी हुई है प्रकृति से जुड़ी हुई है वह वस्तु यहां मिल जाती है
कैसा मंदिर है?
• विजवा माता मंदिर, जो कि आदिवासियों के इतिहास, संस्कृति, और धार्मिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है, एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह स्थान विजवा देवी को समर्पित है, जिन्हें स्थानीय लोग अपनी अपार श्रद्धा से पूजते हैं। मंदिर का आधार इस धार्मिक आदिवासी समुदाय के साथ ही स्थानीय इतिहास और परंपराओं से भी जुड़ा हुआ है। इसे भक्तों के लिए स्थानीय और धार्मिक पर्वों का महत्वपूर्ण केंद्र माना जाता है।
गरबा उत्सव कब होता है:-
गरबा उत्सव हर वर्ष आश्विन माह के शुक्ल पक्ष में एकम से नवमी तब प्रतिदिन गरबा किया जाता है। यह 9 दिन तक विशाल गरबा का आयोजन किया जाता है, इस गरबे में डूंगरपुर, उदयपुर,सलूंबर और बांसवाड़ा से बहुत लोग आते है।
• FAQ:-
1. विजवा माता मंदिर कहा है ?
Ans. मोदपूर गांव, साबला तहसील जिला डूंगरपुर (राज.)
2. विजवा माता मंदिर कितने वर्षों पुराना है ?
Ans. 800 साल पुराना मंदिर
3. विजवा माता मंदिर में विशाल मेला किस दिन आयोजित होता है ?
Ans. शीतला सप्तमी को।
4. विजवा माता मंदिर में सप्ताहित मेला किस दिन लगता है ?
Ans. रविवार को।
5. विजवा माता मंदिर में पुजारी कोन है ?
Ans. यहां पर परमरागत से यहां के मूल निवासी डामोर आदिवासी इस देवी की सदियों से पूजा करते आए है ।